अनुक्रमणिका
| १ | ।। शान्तिः।। | वै. प.पू. अप्रबुध्द | ४९१ |
| २ | संपादकीय | म्हणूनि करूण स्वरे रचि मयूर केकावली | ४९२ |
| ३ | दोन साम्यवाद | ले.प.पू. कै. अप्रबुध्द | ५१० |
| ४ | वडील गेले ग्रामणी…. | कै.ब.स.येरकुंटवार | ५१५ |
| ५ | योगवासिष्ठ…… | आचार्या श्रीमती विमल पवनीकर | ५२५ |
| ६ | जुना दासबोध | श्रीसमर्थरामदासस्वामी | ५३१ |
| ७ | गीता-ज्ञानेश्वरीचे…. | श्री.रमेश बावकर | ५३४ |
| ८ | गीता रहस्यातील….. | वि. वा. प्रा. सौ. राजलक्ष्मी बर्वे | ५४३ |
| ९ | आजच्या सदंर्भात गीता | आचार्या सौ.प्रज्ञा आपटे | ५४६ |
| १० | म.म.पंडितसम्राट | राजेंद्र गणेश डोळके | ५५१ |
| ११ | पंचदशीतील प्रत्यगात्मा | प्रा.वि.वा.के.वा.आपटे | ५५६ |
| १२ | मोहन्जोदडो… | दिलीप देवधर | ५६३ |
| १३ | कर्मकांड | प्रा.प्रमोद रा.गाडगे | ५६७ |
| १४ | श्रमिकांचे सच्चे मित्र | प्रा.र.वि.पंडित | ५७० |
| १५ | प्रतिक्रिया | आचार्या सौ.उषा गडकरी | ५७५ |
| १६ | श्रेयो हि ज्ञानमभ्यासा … | डॉ.वनमाला क्षीरसागर | ५७९ |
| १७ | कै.पू.माधवमहाराज… | वि.वा.ग.प्र.परांजपे | ५८३ |
| १८ | ब्रम्हर्षी अण्णासाहेब पटवर्धन पुण्यतिथी महोत्सव | ५८६ | |
| १९ | आनंद : एक अनुभूती | लखनसिंह कटरे | ५८८ |




