अनुक्रमणिका
| १ | अन्योक्तिकलाप | ३६१ | |
| २ | संपादकीय | गुरुकृपेने दत्त ओळखिला | ३६२ |
| ३ | जगायचे असेल तर ! | ले. कै. अप्रबुध्द | ३७० |
| ४ | श्रीरामानुजाचार्य | आचार्य मधुकर रामदास जोशी | ३७८ |
| ५ | योगवासिष्ठ…… | आचार्या श्रीमती विमल पवनीकर | ३८८ |
| ६ | वेद पाठशाळा कालबाह्य … | पंकज रामचंद्र जोशी | ३९५ |
| ७ | कर्मयोग | सौ. श्रुतिकीर्ति विनय सप्रे | ४०४ |
| ८ | गीता रहस्यातील….. | वि. वा. प्रा. सौ. राजलक्ष्मी बर्वे | ४०९ |
| ९ | ज्ञानेश्वरीतील सूर्यसंदर्भ | आचार्या सौ. प्रज्ञा आपटे | ४१६ |
| १० | गीतेतील यज्ञ संकल्पना | मोरेश्वर धुंडीराज फडके | ४२१ |
| ११ | विद्वद्रत्न डॉ. केशव… | राजेन्द्र गणेश डोळके | ४२८ |
| १२ | संगीत कलेची… | आचार्या जयश्री प्र.शास्त्री | ४३६ |
| १३ | नारद-शंकर-रामदास | डॉ.धनंजय मोडक | ४३९ |
| १४ | मणिकर्णिकाष्टकम् | सौ.अरूधंती दीक्षित | ४४६ |
| १५ | शंकराचार्यकृत… | प्रा.वि.वा.के.वा.आपटे | ४५० |
| पुस्तक परिचय | |||
| १६ | ईशावास्य व केनोपनिषद | अॅड्. के.एच. देशपांडे | ४५५ |
| १७ | श्रवणी पाजुनी अमृतवाणी | सौ.ममता गद्रे | ४५६ |
| १८ | नित्य नवा दिस जागृतीचा | सौ.ममता गद्रे | ४५७ |




