अनुक्रमणिका
१ | अवतरण | १ | |
२ | संपादकीय | २ | |
३ | भारतीय विवाहशास्त्र | ले. अप्रबुद्ध | ७ |
४ | शाकुंतलाचा टीकाकार…. | आचार्य म. रा. जोशी | १२ |
५ | योगवासिष्ठ प्राणायाम | आचार्या श्रीमती विमल पवनीकर | १४ |
६ | भारतीय विवाह परंपरा…. | प्रा. प्रमोद रा. गाडगे | २० |
७ | परामानस शास्त्र | बा. ल. वडोदकर | २५ |
८ | पेटलेले काश्मीरचे नंदनवन… | अधिवक्ता यशवंत बा. फडणीस | ३१ |
९ | नम्रता एक उपाय | मोरेश्वर धुंडीराज फडके | ३६ |
१० | ज्ञानेश्वरी हा ग्रंथ…. | कै. काशीनाथ जनार्दन आठवले | ४२ |
११ | जीवनात प्राप्त करण्याचे… | नीळकंठ वा. घोटकर | ५१ |
१२ | श्रीविद्या – समयाचार साधना | प्रा. विष्णू वामन कुळकर्णी | ५६ |
१३ | एक थोर समाज हितैषी | वि.वा. ग. प्र. परांजपे | ६२ |
१४ | स्वॉट असेसमेंट…. | दिलीप देवधर | ६५ |
१५ | शिवानंदलहरी | सौ. अरुंधती दीक्षित | ६७ |
१६ | बदलत्या सामाजिक…. | सौ. माधवी बाक्रे | ६३ |
१७ | जैनधर्मीयांची ‘निक्षेप’ संकल्पना | प्रा. वि.वा. के. वा. आपटे | ७६ |
१८ | गीता रहस्यातील… | वि.वा. सौ. राजलक्ष्मी बर्वे | ७९ |
१९ | पुस्तक परिचय – | ||
१ श्रीकृष्ण लीला | सौ. ममता गद्रे | ८४ | |
२ कैवल्य दिवाळी वार्षिकांक २०१३ | सौ. ममता गद्रे | ८५ | |
३ ‘गीताध्ययन’ | श्री. अनिल खरे | ८७ | |
२० | पत्रव्यवहार | ८९ | |
घडी भर दे तू देवाला | सौ. अरुंधती आगवण | ९० |