अनुक्रमणिका
१ | ज्ञानेश्वरीच वरदान! | श्री ज्ञानेश्वरी | १ |
२ | परंपरावादी ! | संपादकीय | २ |
३ | साकारलेले स्वप्न | पु.ग.सरपोतदार | २१ |
४ | धर्मनिरपेक्षता : भारतीय घटनेच्या संदर्भात (उत्तरार्थ) | डॉ.ल.ग.चिंचोळकर | २५ |
५ | वाग्यज्ञ (कविता) | माधव जामदार | ३५ |
६ | ज्ञानदेवीचे अभिनव दर्शन | डॉ.ब.स.येरकुंटवार | ३६ |
७ | पोच व अभिप्राय | मलपृष्ठ तीन |