अनुक्रमणिका
| १ | ब्राह्मणांचा अद्यःपात ! | श्री गुरूचरित्र अ २६ | १३३ |
| २ | बापुडा शेवटी मेला ! | संपादकीय | १३५ |
| ३ | डॉक्टरची करामत (कविता) | कै. अप्रबुध्द | १५२ |
| ४ | आगरकरांवर अशिष्ट प्रहार | दि.के.बेडेकर | १५३ |
| ५ | आगरकर व त्यांचा पंथ | ब.स.येरकुंटवार | १५६ |
| ६ | शंका समाधान | प्रा.गु.बा. पिंपळापूरे | १७५ |
| ७ | अभिप्राय : दिर्घतमस् आणि सूर्य | ले. श्री.मा.भ.पन्त (प्रकाशक) अभिप्राय : डॉ. म.त्र्यं. सहस्त्रबुध्दे | १७८ |
| ८ | पुनःएकदा ’टिळक व गांधी’ | हरिहर पुनर्वसु | १८० |
| ९ | अप्रिय पण पथ्य | – | १९० |




