अनुक्रमणिका
१ | अवतरण | १७३ | |
२ | संपादकीय | १७४ | |
३ | भारतीय विवाहशास्त्र | ले. कै. अप्रबुद्ध | १८२ |
४ | शिवभट्ट विरचित… | आचार्य म. रा. जोशी | १८९ |
५ | स्वयंशासन | श्रीवत्स | १९१ |
६ | श्रावणी | मोरेश्वर धुंडीराज फडके | १९८ |
७ | परामानस शास्त्र | बा. ल. वडोदकर | २०१ |
८ | सत्ता परिवर्तनाची सोनेरी पहाट | अधिवक्ता यशवंत बा. फडणीस | २१० |
९ | स्वधर्मेनिधनं… | श्रीमती शैलजा राजवाडे | २२१ |
१० | गुरुचा महिमा आणि गुरुपौर्णिमा | प्रा. आचार्य शिरीष उर्हेकर | २२८ |
११ | वेदविद्या ‘साम’… | डॉ. जयश्री शास्त्री | २३१ |
१२ | शिवानंदलहरी | सौ. अरुंधती दीक्षित | २३४ |
१३ | हिंदू इथॉस विरुद्ध…. | दिलीप देवधर | २४० |
१४ | गीता रहस्यातील… | वि.वा. सौ. राजलक्ष्मी बर्वे | २४४ |
१५ | विशाखादत्ताचे ‘मुद्राराक्षस’ | मुकुन्द नागेश देशपांडे | २५० |
१६ | पुस्तक परिचय | ||
१. श्रीविवेकसिंधुसार | ज्ञानसाधू वासुदेव गोविंद चोरघडे | २५४ | |
२. ज्ञात-अज्ञात नेपालियन | प्रा. डॉ. लीला देशपांडे | २५६ | |
१७ | पत्रव्यवहार -१ | २४२ | |
१८ | पत्रव्यवहार -२ | २५३ | |
१९ | पत्रव्यवहार -३ | २५९ | |
२० | पत्रव्यवहार-४ | २६० | |
२१ | भारत महासत्ता | वि. वा. ग. प्र. परांजपे | २६१ |