अनुक्रमणिका
| १ | जातिभेद व चातुर्वर्ण्य | अप्रबुध्द | १११ |
| २ | व्यासपूजा – | संपादकीय | ११२ |
| ३ | प. पू. अप्रबुद्धांच्या कविता | ११६ | |
| ४ | धर्मशास्त्र | अप्रबुध्द | ११७ |
| ५ | लो.टिळकांच्या शिक्षेची शतसंवत्सरी | श्रीश हळदे | १२४ |
| ६ | अव्दैत वंदन | श्री.वा.गो.चोरघडे | १३० |
| ७ | श्रीगुरूवाचोनि सापडेना सोय | प्रा.डॉ.सौ.अलका इंदापवार | १३३ |
| ८ | कौटिल्याचे दोन इतिहासवेद (इतिहासवैदौ) कोणते | प्रो.ना.कृ.भिडे | १३६ |
| ९ | अमृत-मंथन : एक परिवर्तनीय घटना | श्री विनय तारे | १३८ |
| १० | वेदान्त, विज्ञान आणि मानवी जीवन | सुहास बाक्रे | १४६ |
| ११ | जे. कृष्णमुर्ती आणि ज्ञानेश्वर | अॅड.मधुसूदन पाटील | |
| १२ | २००० वर्षाची लोकसंख्या आणि जीडीपी विश्व भारत, चीन व अमेरिका | श्री.दिलीप देवधर | १४८ |
| १३ | धर्म, धार्मिकता, धर्मनिरपेक्षता व सर्वधर्मसमभाव | प्रा.म.ना.लोही | १५३ |
| १४ | स्वदेशी न्यायदान पध्दती | अधिवक्ता यशवंत बा.फडणीस | १५७ |
| १५ | स्वाथ्य रक्षक रसायने | वैद्य जयंत देवपुजारी | १६२ |
| १६ | प्रतिक्रीया | १६५ | |
| १७ | महर्षि वाल्मिकींचे उत्तररामायण अर्थात योगवाशिष्ठ | डॉ.विमल पवनीकर | १७४ |
| १८ | पुस्तक परीक्षण : कैवल्य (दिवाळी वार्षिक २००७) | डॉ.भा.वि.देशकर | १७९ |
| १९ | पत्रव्यवहार | १८४ | |
| २० | प्रतिक्रिया | १९० | |
| २१ | नरसिंह सरस्वती गुरू महाराजांनी करून दाखविलेली यौगिक क्रिया | प्रा.म.रा.जोशी | १९२ |




