अनुक्रमणिका
१ | बदललेला मॅक्समुलर | ४९ | |
२ | बया दार उघड, दार उघड | संपादकीय | ५० |
३ | इस्लाम आणि ज्युडाइझम | प्रा.शंकर गजानन सहस्त्रभोजने | ५८ |
४ | संवाद : राष्ट्रीयत्व व ब्राह्मण | डॉ.ब.स.येरकुंटवार | ६३ |
५ | उद्योगाचे खासगीकरण | रॅडल फिट झेरॉल्ड | ७८ |
६ | अंधश्रध्दा (हिंदुश्रध्दा) निर्मुलन एक धर्मान्ध टोळधाड | वि.य.जोशी | ८३ |
७ | अभिप्राय | डॉ.द.का.तारे | ९३ |
८ | भक्तीच सार्थक (कविता) | डॉ. मीना (सुषमा) पंडे | ९४ |
९ | अप्रिय पण पथ्य |