अनुक्रमणिका
१ | ओम नमोजी विघ्नहरा | डॉ.ब.स.येरकुंटवार | १ |
२ | प्रज्ञालोकंची भूमिका | डॉ.गु.वा.पिंपळापूरे | ३ |
३ | सीतेचे प्रा.कांबळे कृत विपर्यरत चित्रण | डॉ.गो.श्री.बनहरी | १३ |
४ | धगधगणारा पंजाब व राष्ट्रीयवेदी | श्री.क.कृ.रेखडे | १७ |
५ | माणूस (कविता) | श्री.प्रफुल शिलेदार | १४७ |
६ | ईश्वराची गरज | डॉ.प्र.ज.अवतरीकर | २७ |
७ | खेडुती आध्यात्मिक गूढ गुंजन-यावे गुरूला पुसून | प्रा.श्रीश हळदे | ३० |
८ | अखंड सावधान असावे | श्री. उत्तम कानिटकर | ३१ |
९ | प्रज्ञालोकचे मूल्यमापन | डॉ.अ.ना.देशपांडे | ३७ |
१० | उगवती क्षितीजे | ४० | |
११ | शंका – समाधान | ४२ | |
१२ | संकीर्ण : क्ष किरण, फौजदारी गुन्हे | मु.बा.पांढरीकर | ४६ |
१३ | फौजदारी गुन्हे | सौ.प्रतिभा सेनाड | ४७ |