अनुक्रमणिका
१ | भारतीय राष्ट्रीयत्व व धर्म | ४५९ | |
२ | संपादकीय | भारतीय हा ध्वज की आता, पुन्हा पोचवा अटकेला | ४६० |
३ | जगायचे असेल तर ! | ले.कै. अप्रबुध्द | ४७१ |
४ | तप व अवतारविषयक | कै.डॉ.ब.स.येरकुंटवार | ४७९ |
५ | प्रतिक्रिया -१ | ४८९ | |
६ | प्रतिक्रिया -२ | ४९५ | |
७ | योगवासिष्ठ…… | आचार्या श्रीमती विमल पवनीकर | ५०० |
८ | उत्सीदेयुरिमे लोका | डॉ.धनंजय मोडक | ५०७ |
९ | गीता रहस्यातील….. | वि. वा. प्रा. सौ. राजलक्ष्मी बर्वे | ५१२ |
१० | एकवीस समासी | प्राचार्य ज.भा. देशपांडे | ५१८ |
११ | ज्ञानेश्वरीतील सूर्यसंदर्भ | आचार्या सौ. प्रज्ञा आपटे | ५२८ |
१२ | म.म.डॉ.वा.वि… | राजेंद्र गणेश डोळके | ५३३ |
१३ | शंकराचार्यकृत… | प्रा.वि.वा.के.वा.आपटे | ५४३ |
पुस्तक परिचय | |||
१४ | दोन रामायणे – व्यक्तिचित्रण | आचार्या जयश्री प्र.शास्त्री | ५४९ |
१५ | चार्वाकवाद आणि अध्यात्म | श्रीश हळदे | ५५० |
१६ | ‘दरवळ‘ विदर्भ विशेष स्मरणिका | सौ.ममता गद्रे | ५५३ |
१७ | पत्रव्यवहार | ५५५ | |
१८ | मकरसंक्रांत शके १९३७ | ५५६ |