अनुक्रमणिका
| १ | श्रीगुरूपादुका स्तोत्रम् | दिपाराधना | १८९ |
| २ | संपादकीय : | शेतकर्यांच्या आत्महत्या (लेखांक ७) | १९० |
| ३ | प. पू. अप्रबुध्दांच्या कविता | २०० | |
| ४ | भारतीय विवाहशास्त्र | पू. अप्रबुध्द | २०१ |
| ५ | भारतीय धारणा आणि स्त्री | प्रा.म.शं.वाबगावकर | २०९ |
| ६ | मधुकल्याणी तीरावरील काला | आ.म.रा.जोशी | २१५ |
| ७ | योगावासिष्ठ- प्राण आणि प्राणायाम | प्रा.श्रीमती विमल पवनीकर | २२० |
| ८ | मानी तोचि चोख दत्तभक्त | वासुदेव गोविंद चोरघडे | २२४ |
| ९ | अपरान्ताचा निर्माता | मोरेश्वर धुंडीराज फडके | २२६ |
| १० | धार्मिकतेतील दांभिकता | अधि.यशवंत बा.फडणीस | २३४ |
| ११ | सप्तर्षींचा कालप्रवास | आ.सौ.शैलजा भैद | २३८ |
| १२ | दासबोधाचा अंतरात्मा. | प्रा.वि.वा.के.वा.आपटे | २४१ |
| १३ | विनोबा भावे विरूध्द… | दिलीप देवधर | २४६ |
| १४ | प्रज्ञाचक्षु संत गुलाबराव महाराज | आ.कृ.मा.घटाटे | २४९ |
| १५ | प.पू.श्रीमत स्वामी आत्मानंदजी | दत्तात्रय रा.जगम | २५४ |
| १६ | शिवानंद लहरी | सौ.अरूंधती दीक्षित | २५८ |
| १७ | गीता रहस्यातील……. | वि. वा. प्रा. सौ. राजलक्ष्मी बर्वे | २६३ |
| १८ | ।। कमला ।। | आचार्य सुधाकर देशपांडे | २६८ |
| १९ | चार्वाक | आचार्या सौ.उषा गडकरी | २७१ |
| २० | संत ज्ञानेश्वरांचा कानडा विठ्ठलु | डॉ.धनंजय बी.मोडक | २७५ |
| २१ | पुस्तक परिचय | ||
| १) श्री विठ्ठल आणि पंढरपूर | श्रीश हळदे | २८० | |
| २) गीता सुबोधिनी | सौ.ममता गद्रे | २८२ | |
| ३) निसर्ग आणि मानव | डॉ.सुधाकर जोशी | २८३ | |
| २२ | पत्रव्यवहार | २८५ |




