अनुक्रमणिका
१ | दुसरा बाजीराव : ऐतिहासिक सत्य | कै.डॉ.ब.स.येरकुंटवार | ९९ |
२ | संपादकीय : शेतकर्यांच्या आत्महत्या (लेखांक ६) | १०० | |
३ | प.पू.अप्रबुध्दांच्या कविता | ११० | |
४ | भारतीय विवाहशास्त्र | पू. अप्रबुध्द | १११ |
५ | योगवासिष्ठ: ब्रम्हस्वरूप | आचार्या.श्रीमती विमल पवनीकर | ११७ |
६ | अपरान्ताचा निर्माता | मोरेश्वर धुंडीराज फडके | १२३ |
७ | सदगुरू पूजा | वि.वा.ग.प्र.परांजपे | १२७ |
८ | धार्मिकतेतील दांभिकता | अधि.यशवंत बा.फडणीस | १३० |
९ | श्रीमत् आद्य शंकराचार्य | शं.बा.मठ | १३७ |
१० | पटेलांचे नेहरूंना ……. | दिलीप देवधर | १४४ |
११ | दासबोधाचा अंतरात्मा | प्रा.वि.वा.के.वा.आपटे | १४८ |
१२ | शिवानंद लहरी | सौ.अरूंधती दीक्षित | १५७ |
१३ | आचार्य क्षेमेंद्रांचा औचित्यवाद | आ.सौ.शैलजा भैद | १६१ |
१४ | प्रभाते मनी राम चिंतीत जावा | श्री.गो.वा.देसाई | १६५ |
१५ | हे खरोखरच अज्ञान आहे काय ? | निळकंठ वा घोटकर | १६८ |
१६ | गीता रहस्यातील……. | वि. वा. प्रा. सौ. राजलक्ष्मी बर्वे | १७१ |
१७ | ।। कमला ।। | आ.सुधाकर देशपांडे | १७८ |
१८ | चार्वाक | आ.सौ.उषा गडकरी | १८१ |
१९ | जाणीवेची उत्क्रांती | न.ना.गोखले | १५८ |
२० | मोताळा (जि.बुलढाणा) येथील भागवत सप्ताह | वृतान्त | १८७ |