अनुक्रमणिका
| १ | तेचि भूत गे माय | समर्थ रामदास | १ |
| २ | संपादकीय : | शेतकर्यांच्या आत्महत्या (लेखांक ५) | २ |
| ३ | प.पू.अप्रबुध्दांच्या कविता | पू.अप्रबुध्द | १० |
| ४ | भारतीय विवाहशास्त्र | पू.अप्रबुध्द | १६ |
| ५ | अथ महाभारतम् | प्रा.म.रा.जोशी | १६ |
| ६ | योगवासिष्ठ ब्रम्हस्वरुप | आचार्या.श्रीमती विमल पवनीकर | २३ |
| ७ | विश्वनिर्मितीचे रहस्य | अधिवक्ता यशवंत बा.फडणीस | २९ |
| ९ | गुढी पाडवा | मोरेश्वर धुं. फडके | ३२ |
| ९ | वैश्विक परिप्रेक्ष्यातून | प्रा.आ.प्रज्ञा देशपांडे | ३६ |
| १० | पत्रव्यवहार -१ | अरूण नारायण दोंदे | ४३ |
| ११ | हिंदू संस्कृति आणि…. | मा.गो.वैद्य | ४५ |
| १२ | पत्रव्यवहार -२ | अशोक कासखेडीकर | ४९ |
| १३ | दासबोधाचा अंतरात्मा | प्रा.वि.वा.के.वा.आपटे | ५० |
| १४ | इच्छाशक्तीचे अधिष्ठान-उमा | आ.सौ.शैलजा भैद | ६० |
| १५ | ।। कमला ।। | आ.सुधाकर देशपांडे | ६५ |
| १६ | चार्वाक | आ. उषा गडकरी | ६८ |
| १७ | सेक्युलर प्रोग्रेसिव्ह | दिलीप देवधर | ७२ |
| १८ | पत्रव्यवहार -३ | डॉ.सुधाकर जोशी | ७४ |
| १९ | शिवानंद लहरी | सौ.अरूंधती दीक्षित | ७५ |
| २० | गीता रहस्यातील……. | वि. वा. प्रा. सौ. राजलक्ष्मी बर्वे | ८० |
| २१ | श्री ज्ञानेश्वर स्त्रोतम | श्रीराम र . अळेकर | ८३ |
| २२ | आयुर्वेदाचे आगळेपण | वैद्य श्री सुनील जोशी | ८६ |
| २३ | पुस्तक परिचय – सज्जनगड दासनवमी विशेषांक | ज्ञानसाधु वासुदेव गोविंद चोरघडे | ८७ |
| २४ | भारताला झाले तरी काय ? | श्रीश देवपूजारी | ९० |
| २५ | पत्रव्यवहार -४ | प्रमोद रा.गाडगे | ९३ |
| २६ | लोहगड येथील सत्कार समारंभ | सौ.ममता गद्रे | ९५ |
| २५ | पत्रव्यवहार -५ | राम रानडे | ९७ |
| २६ | विठ्ठल नामाची गुढी | वसंत गोडबोले | ९८ |




