अनुक्रमणिका
| १ | संस्कृति रक्षणाचा मार्ग | अप्रबुध्द | ४७५ |
| २ | संपादकीय : | शेतकर्यांच्या आत्महत्या(लेखांक -४) | ४७६ |
| ३ | प.पू.अप्रबुध्दांच्या कविता | अप्रबुध्द | ४९० |
| ४ | भारतीय विवाहशास्त्र | अप्रबुध्द | ४९१ |
| ५ | ब्रम्हर्षी अण्णासाहेब | बाळकृष्ण ल वडोदकर | ४९७ |
| ६ | श्री.प.प.वासुदेवानंद | ज्ञानसाधु वा.गो.चोरघडे | ५०३ |
| ७ | मंदिराव्दारे वाचनालये आवश्यकच | मा.य.गोखले | ५०८ |
| ८ | कन्याकुमारी | प्रा.मरा.जोशी | ५१५ |
| ९ | समाज प्रबोधनात मंदिरांचे योगदान | ए. वि. त्रिवेदी | ५१८ |
| १० | योगवासिष्ठ -ब्रम्हस्वरूप | आचार्या श्रीमती विमल पवनीकर | ५२२ |
| ११ | वैदिक मंत्र आणि विज्ञान | मोरेश्वर धुं. फडके | ५२८ |
| १२ | तुकोबांचे महादाकाश | आचार्य शरद दामोदर महाजन | ५३३ |
| १३ | राधा भक्ति | आचार्या वनमाला क्षीरसागर | ५३६ |
| १४ | चार्वाक | आ.सौ.उषा गडकरी | ५४१ |
| १५ | पतीपत्नीच्या पत्रिकेतील एकनाडी योग | प्रा.ना.कृ.भिडे | ५४५ |
| १६ | पत्रव्यवहार | मोरेश्वर धुं फडके | ५४६ |
| १७ | ।। कमला ।। | आ.सुधाकर देशपांडे | ५४७ |
| १८ | विश्व निर्मितीचे रहस्य | अधिवक्ता यशवंत बा. फडणीस | ५५० |
| १९ | प्रज्ञालोकच्या २२५ व्या अंकाचा प्रकाशन सोहळा तसेच प्रघान संपादक श्रीश हळदे यांचा सत्कार समारंभ | ५५४ | |
| २० | पत्रव्यवहार- अशोक पूरोहित | ५५८ | |
| पुस्तक परिचय | |||
| २१ | १) होलीवॉर – जिहाद व धर्मांतर | ५५९ | |
| २२ | २) कैवल्य- दिवाळी वार्षिकांक | ४८८ | |
| २३ | ३) जनक जानंदम नाटयपरिचय | आ. सौ.शैलजा भैद | ५५९ |
| २४ | ४) स्वातत्र्य योध्यांच्या अमर स्मृतिगाथा | सौ ममता गद्रे | ५६२ |
| आयुर्वेदिय औषधांच्या बदनामीची मोहिम | संग्राहक श्री.के.के.गोटे | ५६३ | |
| केशव पहिला का ? | ज.गो. मराठे | ५६४ |




