अनुक्रमणिका
१ | व्यक्तिगत मत निर्णायक नसते | डॉ.सर्वपल्ली राधाकृष्णन | १४३ |
२ | संपादकीय : वनस्पतीचां र्हास | डॉ.गु.वा.पिंपळापूरे | १४४ |
३ | स्पर्धेतुन आलेली विकृती | डॉ.दिलीप म.सेनाड | १५२ |
४ | विश्वभरातील वैदिक संस्कृत परिभाषा | डॉ.पु.ना.ओक | १५८ |
५ | जसा गावा परिसर तसा मानावा संस्कार | वि.रा.गोखले | १९१ |
६ | भारतीय व मुळ अमेरिकन संस्कृतीमधील साम्य स्थळे | प्रा.लता दाणी | १६५ |
७ | कुटुंब – संस्थेची वाताहत | डॉ.विभा महाजनी | १७५ |
८ | डॉ.आनंद कुमार स्वामी | डॉ.गु.वा.पिंपळापूरे | १७९ |
९ | संस्कृत वर्ष – संस्कृत अनुवाद | डॉ.ब.स.येरकुंटवार | १९६ |
१० | गुरूदेव डॉ.फाटे स्वामीजींचे पत्र | १९८ | |
११ | व्यासादिकांची उशिटे | २०१ |