अनुक्रमणिका
१ | वारकरी संप्रदायातील जबाबदारी | कै. श्री. अप्रबुध्दांचे प्रवचन | १२९ |
२ | कै.म.म.बाळशास्त्री हरदास | – | १३५ |
३ | कै. श्री. रा. गोखले | – | १३८ |
४ | ’न्याय – मंदिरां’ त | ले समीक्षक | १३९ |
५ | कै.अप्रबुध्दांची एक आठवण | – | १५३ |
६ | अप्रिय पण पथ्य ! | गुलाब महाराज यांच्या पत्रातील वेचक उतारे | १५५ |